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राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़


बस्तर पुलिस ने हिंसा के पीड़ित परिवार को दी गई सरकारी नौकरी

जगदलपुर, 07 जुलाई (वार्ता) छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के नगरनार क्षेत्र के ग्राम तिरिया के जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के दौरान क्रास फाइरिंग में मारे गये ग्रामीण के परिजन को बस्तर पुलिस ने सरकारी नौकरी दी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नक्सल पीड़ित या उसके परिवार में से किसी एक को चतुर्थ श्रेणी के पद पर शासकीय सेवा में नियुक्ति दिये जाने का प्रावधान है। उसी के अनुसार तिरिया के जंगल में क्रास फाइरिंग में मृतक जोगीराम के पिता सुखराम नाग को पुनर्वास नीति के तहत कलेक्टर, बस्तर द्वारा चतुर्थ श्रेणी में भृत्य के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी और पुलिस अधीक्षक बस्तर दीपक झा द्वारा आज मृतक जोेगीराम के पिता सुखराम नाग को छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति में निहित प्रावधान के तहत् शासकीय सेवा में नियुक्ति आदेश की प्रति सौंपते हुये उनको एवं उनके परिवार को बस्तर पुलिस की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। सुखराम नाग को शासकीय सेवा में नियुक्ति के लिये न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता नहीं करने की परिस्थिति में भी नक्सल हिंसा में पीड़ित होने के कारण नियम की शिथिलीकरण कर उन्हें सशर्त नियुक्ति प्रदान की गयी है।
बस्तर अंतर्गत थाना नगरनार क्षेत्र के ग्राम तिरिया के जंगल में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ पश्चात् घटना स्थल की सर्चिंग करने पर 6 माओवादियों के शव 1 नग इंसास रायफल, 4 नग .303 बोर रायफल, 1 नग भरमार बंदूक एवं दैनिक उपयोग की सामग्री सहित बरामद हुये थे। इस पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में ग्रामीण जोगीराम ग्राम बामनारास, थाना दरभा निवासी की माओवादियों की क्रास फायरिंग की चपेट में आकर मृत्यु हो गई थी।
करीम बघेल
वार्ता
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