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मध्यप्रदेश कमलनाथ किसान कर्जा दो भोपाल

श्री कमलनाथ ने कहा कि राज्य सरकार की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं मिलने के बावजूद हमनें किसानों का कर्जा माफ करने के कार्य पर पूरा ध्यान दिया। किसानों का कर्जा तब माफ माना जाता है, जब संबंधित बैंक ऋणदाता किसान को 'नो ड्यूज' प्रमाणपत्र प्रदान कर दे। हमारे आपके कहने से किसानों का कर्ज माफ नहीं होता है। यह बात वे बहुत अच्छी तरह से जानते हैं और इसलिए दृढ़ता से इस दिशा में कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे आज नहीं, लेकिन पांच मार्च को बता देंगे कि किसानों का कर्जा कैसे माफ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गैरजिम्मेदारी से कार्य करने की परंपरा कम से कम उनकी तो नहीं है।
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री और कुछ अन्य सदस्यों ने आज सदन में विभिन्न अवसरों पर कहा कि कांग्रेस ने राज्य के सभी किसानों के दो लाख रूपयों तक के कर्जा माफ करने का वचन दिया था और यह अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। श्री चौहान के अलावा विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने कहा था कि किसानों की कर्जमाफी के लिए लगभग 55 हजार करोड़ रूपयों की आवश्यकता है और राज्य सरकार ने अभी तक बजट में पांच हजार करोड़ रूपयों से कुछ अधिक धनराशि का ही प्रावधान किया है।
श्री कमलनाथ ने चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि किसान ऋणमाफी पर उन्होंने स्वयं ही चुनाव के पहले होमवर्क किया था। उन्होंने कहा कि राज्य में जब तक किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होगा, पूरे प्रदेश की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं हो सकती है। इसी सोच के साथ सरकार पूरी तरह से किसानों के कल्याण के प्रति कार्य कर रही है।
प्रशांत
जारी वार्ता
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