जयपुर 09 मई (वार्ता) राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के रविवार को धौलपुर में विधायकों के पैसे लेने के लगाये आरोपों को बेबुनियाद एवं झूठे बताते हुए इन्हें नकार दिया और कहा है कि मुख्यमंत्री का भाषण सुनने के बाद लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं, बल्कि उनकी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया है।
श्री पायलट ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने श्री गहलोत के धौलपुर में दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि एक तरफ यह कहा जा रहा है कि भाजपा हमारी सरकार को गिरा रही थी। दूसरी तरफ कहा जाता है कि सरकार को बचाने का काम श्रीमती वसुंधरा राजे कर रही थी। यह जो विरोधाभास है इसको समझना चाहिए, आप कहना क्या चाह रहे है, यह स्पष्ट कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा “मैं पिछले डेढ़ साल से चिट्ठी लिख रहा हूं कि वसुंधरा राजे की सरकार के शासन में हुए भ्रष्टाचार को लेकर श्री गहलोत सहित हमने भ्रष्टाचार के जो आरोप लगाए और कांग्रेस की सरकार बनने पर जांच कराने की बातें कहीं गई, इन आरोपों की जांच कराई जाये। लेकिन इन आरोपों की जांच क्यों नहीं हो पा रही है , अब मुझे समझ में आ रहा है कि अब तक जांच क्यों नहीं हुई। मेरे चिट्ठी लिखने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई।"
उन्होंने कहा " मैं इस मांग को लेकर गत 11 अप्रैल को जयपुर में अनशन पर भी बैठा। अब मैं नाउममीद हूं क्योंकि तथ्य सामने आ रहे है, कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है और क्यों नहीं होगी, बात भी साफ है। इसलिए मैं ऐसा मानता हूं कि जनता ही भगवान और जनता जनार्दन के सामने नतमस्तक होना पड़ेगा। श्री पायलट ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ पहले भी आवाज उठाई थी और आगे भी उठाते रहेंगे।
जोरा
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