चंडीगढ़, 15 मई (वार्ता) पंजाब प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (पीएसईआरसी) ने सभी श्रेणियों में बिजली दरें बढ़ाने की घोषणा की है जबकि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि इसका असर आम आदमी पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि वृद्धि का बोझ सरकार वहन करेगी।
सूत्रों के अनुसार पीएसआरसी का निर्णय 16 मई से लागू हो जाएगा और यह दरें अगले वर्ष मार्च 31 तक बनी रहेंगी।
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए फिक्स्ड दरें 15 रुपये प्रति किलोवाट और वेरिएबल दरें 70 पैसे प्रति यूनिट (100 यूनिट तक), 80 पैसे प्रति यूनिट (200 यूनिट तक) और 300 यूनिट से ज्यादा बिजली खपत के लिए 45 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है।
कृषि बिजली दरें 89 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाई गई हैं। औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए फिक्स्ड शुल्क 20 से 30 प्रति केवीए, वेरिएबल शुल्क में लघु इकाइयों के लिए 40 पैसे, मध्यम इकाइयों के लिए 30 पैसे और बड़े उद्योगों के लिए 45 पैसे प्रति यूनिट दरें बढ़ाई गई हैं।
सरकार की सब्सिडी वित्त वर्ष के लिए बढ़कर 18627.88 करोड़ हो गयी हे जिसमें 8809 करोड़ कृषि क्षेत्र के लिए, 5883 करोड़ घरेलु उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली नि:शुल्क देने के मद में,1427 करोड़ और 2508 करोड़ उद्योगों के लिए सात किलोवाट तक के लोड वाले घरेलू उपभोक्ताओं को 2.50 रुपये प्रति यूनिट के रियायती दरों के लिए शामिल
हैं।
श्री मान ने एक ट्वीट कर कहा कि बिजली दरों में वृदि्ध का असर आम आदमी पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि वृद्धि का बोझ प्रदेश सरकार उठायेगी।
महेश.श्रवण
वार्ता