Friday, Apr 26 2024 | Time 10:50 Hrs(IST)
image
राज्य » राजस्थान


मौसेरे भाई से होगा इस बार अर्जुन मेघवाल का मुकाबला

श्रीगंगानगर, 29 मार्च (वार्ता) राजस्थान में बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस द्वारा बीकानेर संसदीय क्षेत्र में सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी मदनगोपाल मेघवाल को प्रत्याशी बनाये जाने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
मदनगोपाल मेघवाल को कांग्रेस ने केन्द्रीय कार्पोरेट मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के खिलाफ उतारा है, जो उनके मौसेरे भाई हैं। अर्जुनराम मेघवाल और मदनगोपाल मेघवाल की माताएं सगी बहने हैं। लिहाजा जैसे-जैसे चुनाव प्रचार में रंगत आयेगी, इस संसदीय क्षेत्र में इन दोनों मौसेरे भाइयों का मुकाबला दिलचस्प एवं रोचक होता जायेगा। ये दोनों ही अधिकारी रहे हैं। वर्ष 2009 में अर्जुनराम मेघवाल भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति लेकर राजनीति में आये। उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और उसी वर्ष हुए चुनाव में वह भाजपा की ओर से चुनाव लड़े और सांसद चुने गये। वर्ष 2009 में ही संसदीय क्षेत्रों का जब पुनर्गठन किया गया, तब बीकानेर सीट सामान्य से अनुसूचित जाति वर्ग में आ गई थी। पहले चुनाव में ही अर्जुनराम मेघवाल ने दमदार जीत हासिल की।
वर्ष 2014 के चुनाव में वह फिर से विजयी हुए और केन्द्रीय वित्तराज्यी मंत्री बने। बीकानेर संसदीय क्षेत्र भाजपा का पुराना गढ़ है। अर्जुनराम मेघवाल से पहले बॉलिवुड के ख्यातिनाम अभिनेता धर्मेन्द्र यहां से सांसद चुने गये थे। भाजपा ने तीसरी बार अर्जुनराम पर इस बार दांव खेला है, जबकि भाजपा के ही दबंग नेता और सात बार विधायक रहे देवीसिंह भाटी उनके लिए खतरा बने हुए हैं। दोनों में छत्तीस का आंकड़ा है। ऐसे में कांग्रेस ने उनके मौसेरे भाई मदनगोपाल को मैदान में उतारकर उनकी मुश्किलों में इजाफा कर दिया है। पूर्व आईपीएस मदनगोपाल ने पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले वीआरएस ले लिया था। उन्होंने विधानसभा चुनाव में बीकानेर जिले में खाजूवाला सीट से कांग्रेस का टिकट मांगा था। वह श्रीगंगानगर जिले में रायसिंहनगर सुरक्षित सीट से भी वे चुनाव लडऩा चाह रहे थे लेकिन उन्हें तब टिकट नहीं मिल पाया।
अर्जुनराम और मदनगोपाल, दोनों का ही बीकानेर से गहरा ताल्लुक है। अर्जुनराम मेघवाल जहां बीकानेर के उपनगर गंगाशहर के गांव किसमीदेसर के निवासी हैं। वहीं मदनगोपाल बीकानेर में नत्थूसर गेट क्षेत्र के रहने वाले हैं। वीआरएस लेने के बाद मदनगोपाल मेघवाल विधानसभा चुनाव में खुलकर राजनीतिक मंचों पर देखे गये। उन्हेें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी का करीबी समझा जाता है। उन्हें लोकसभा में कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी बनाये जाने का एक कारण भी यही माना जा रहा है। कांग्रेस ने टिकट देने के मामले मेें गजब की पैंतरेबाजी दिखाई है। उसने मदनगोपाल को टिकट देकर उनके जरिये अर्जुनराम मेघवाल को मात देकर अपने इस पुराने गढ़ पर कब्जा करने की रणनीति अपनाई है। देखना अब ये होगा कि यह रणनीति चुनाव प्रचार के जोर पकडऩे के साथ किस हद तक कारगर साबित होते दिखाई देगी।
सेठी सुनील
वार्ता
More News
लोकेश शर्मा के फोन टेप पर खुलासे के बाद कांग्रेस नेताओं के मुंह पर लगा ताला: भारद्वाज

लोकेश शर्मा के फोन टेप पर खुलासे के बाद कांग्रेस नेताओं के मुंह पर लगा ताला: भारद्वाज

25 Apr 2024 | 10:05 PM

जयपुर, 25 अप्रैल (वार्ता) राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा द्वारा फोन टेप और पेपर लीक मामले में खुलासा करने के बाद कांग्रेस नेताओं के मुंह पर ताला लग गया हैं।

see more..
पेपर लीक पर मेरे खुलासों पर लोकेश शर्मा ने लगाई मुहर: किरोड़ी

पेपर लीक पर मेरे खुलासों पर लोकेश शर्मा ने लगाई मुहर: किरोड़ी

25 Apr 2024 | 10:02 PM

जयपुर 25 अप्रैल (वार्ता ) राजस्थान के कृषि मंत्री डा किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने पेपर लीक पर उनके खुलासों पर मुहर लगा दी है।

see more..
image