श्रीगंगानगर,14 जनवरी (वार्ता) राजस्थान में बीकानेर जिले के छतरगढ़ थाना क्षेत्र में इंदिरा गांधी नहर की मुख्य शाखा को आज ग्रामीणों ने टूटने से बचा लिया।
थाना प्रभारी सुरेंद्र बारूपाल ने बताया कि अपरान्ह करीब चार बजे आरडी 507 हेड से करीब 100 मीटर आगे एक ग्रामीण ने नहर किनारे लगी टाइलें हटते और उसके नीचे मिट्टी में कटाव होते देखा तो उसने तुरंत अन्य ग्रामीणों को बुला लिया। नहर में हो रहे कटाव का पता चलने पर नजदीक आरजेडी बेल्ट के चक और ढाणियों से लोग हर प्रकार के साधन लेकर मौके पर पहुंच गये और प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को सूचना दी।
उन्होंने बताया कि इससे पहले कि कटाव तेजी से फैलकर बड़ा रूप धारण करता, ग्रामीणों ने अथक प्रयास से नहर को टूटने से बचा लिया। ग्रामीण तुरंत ट्रैक्टर ट्रॉलियां लेकर आ गए, जिनकी मदद से कटाव स्थल को मिट्टी से भर दिया गया। मिट्टी से भरे बोरे भी लगाए गए। इसी दौरान एसडीएम और इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अधिकारी एवं कर्मचारी भी मौके पर आ गए।
सूत्रों ने बताया कि नहर में कटाव आने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों ने नहर टूटने से बचाने से राहत की सांस ली है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इंदिरा गांधी नहर की मुख्य शाखा में पानी की मात्रा अपेक्षाकृत आज कुछ कम है, क्योंकि अनूपगढ़ शाखा को इन दिनों पानी दिया जा रहा है। फिर भी मुख्य शाखा में पानी की इतनी मात्रा है कि अगर 507 आरडी हैड के पास नहर टूट जाती तो नजदीक के आरजेडी बेल्ट के चक एवं ढाणियों में तबाही मच जाती। कुछ वर्ष पहले इसी क्षेत्र में घेघड़ा के पास मुख्य शाखा के टूट जाने से भारी तबाही मच गई थी।
सूत्रों ने बताया कि मौके पर मौजूद नहर के अधिकारी कटाव स्थल का निरीक्षण कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जहां कटाव आया है, वहां नहर के किनारे काफी मजबूत हैं। समाचार लिखे जाने तक काफी संख्या में ग्रामीण, किसान, प्रशासन और पुलिस के अधिकारी तथा इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अधिकारी वहीं मौजूद हैं जो लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
सेठी सुनील
वार्ता