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एसजीपीसी ने 2024-25 के लिये 1260.97 करोड़ रुपये का बजट पारित किया

अमृतसर, 29 मार्च (वार्ता) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के शुक्रवार को आम सदन के बजट सत्र के दौरान वर्ष 2024-25 के लिये लगभग 1260.97 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया।
एसजीपीसी कार्यालय के तेजा सिंह समारी हॉल में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की उपस्थिति में आयोजित इस सत्र में एसजीपीसी महासचिव राजिंदर सिंह मेहता ने बजट पेश किया, जिसे सिख विजय नारों की गूंज के बीच सदस्यों ने मंजूरी दे दी। बजट पेश करते हुये महासचिव राजिंदर सिंह मेहता ने एसजीपीसी के विभिन्न विभागों और संस्थानों के लिये आय और व्यय का विवरण साझा किया और भविष्य में प्राथमिकता के आधार पर किये जाने वाले कार्यों के लिए सुरक्षित राशि के बारे में डेटा प्रस्तुत किया।
बजट सत्र के बाद मीडिया से जानकारी साझा करते हुये एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने महासचिव राजिंदर सिंह मेहता द्वारा पेश किये गये बजट को संतुलित बताया। उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में पिछले साल की तुलना में 14 फीसदी की बढ़ोतरी
की गयी है।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान विशेष रूप से धार्मिक प्रचार, शिक्षा और पंथिक कार्यों को प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस बार धर्म प्रचार समिति का बजट 100 करोड़ रुपये हैं। श्री धामी ने धर्म प्रचार समिति के माध्यम से किये जाने वाले कार्यों के लिये आरक्षित राशि का विवरण देते हुये कहा कि सितंबर में श्री गुरु अमरदास के 450वें जोति जोत दिवस की आने वाली शताब्दी को चिह्नित करने के लिये तीन करोड़ रुपये विशेष रूप से आरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि सिख युवाओं को प्रशासनिक सेवाओं के लिये तैयार करने के लिये दो करोड़ रुपये, अमृतधारी लड़कियों की मुफ्त शिक्षा के लिये दो करोड़ रुपये, अमृतधारी छात्रों की फीस के लिये 2.50 रुपये, अमृत संचार कार्यक्रमों के लिए 1.80 करोड़ रुपये, धार्मिक साहित्य, पुस्तकालयों के लिये 4.45 करोड़ रुपये रखे गये हैं। सिख मार्शल आर्ट शिक्षा, ऐतिहासिक स्मारक परियोजनाएं और संगत को वीडियो वैन के माध्यम से धार्मिक फिल्में दिखाने के लिए 1.15 करोड़ रुपये, धार्मिक प्रचार अभियान को तेज करने के लिए 1.15 करोड़ रुपये, धार्मिक परीक्षा के माध्यम से बच्चों को गुरमत (सिख गुरुओं की शिक्षा) से जोड़ने के लिये 1.60 रुपये और सिखों के लिए 9 करोड़ रुपये। पंजाब के बाहर मिशन। इसी तरह धर्म प्रचार समिति के अन्य कार्यों के लिए भी बजट में विशेष प्रावधान किया गया है।
श्री धामी ने कहा कि इस बार गुरुद्वारों का बजट 994.51 करोड़ रुपये है। इसी तरह शैक्षणिक संस्थानों का बजट 251 करोड़ रुपये और प्रिंटिंग प्रेस का बजट 7.94 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के बजट में शिक्षण संस्थानों के कर्मचारियों के बकाया वेतन के लिये विशेष व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2024 तक सभी बकाया वेतन के भुगतान के लिए एक विशेष व्यवस्था की गयी है। इस उद्देश्य के लिये जनरल बोर्ड फंड से शिक्षा कोष के लिये 10 करोड़ रुपये की विशेष राशि आरक्षित की गयी है।
ठाकुर.श्रवण
वार्ता
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