शिमला, 21 अगस्त (वार्ता) हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि उड़ान-दो योजना के अंतर्गत छह हेलीपोर्ट का निर्माण प्रस्तावित है। हेलीपोर्ट निर्माण के लिए पवन हंस ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है जिसके अनुसार वर्तमान में सिविल वर्क्स पर लगभग 28,08,08,231 रुपये की लागत आने की संभावना है।
श्री ठाकुर ने विधानसभा में आज प्रश्नकाल के दौरान यह जानकारी कांग्रेसी सदस्य सुखविंद्र सिंह सुक्खू के एक सवाल के जबाव में दी 1 उन्होंने कहा कि संजोली-ढली बाईपास पर बनरेडू के समीप एक हैलीपोर्ट बनाया जा रहा है जिसका निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है और दिसम्बर माह तक पूरा हो जाने की संभावना है। इसके इलावा जिले के रामपुर और जाखड़ी में हेलीपोर्ट बनाने की योजना है। जिला मंडी के कांगनीधार, सोलन जिले के बद्दी और कुल्लू जिले की पयर्टन नगरी मनाली के सासे में हेलीपोर्ट बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हेलीपोर्ट को उड़ान-2 योजना के अंतर्गत प्रदेश के तीनों हवाई अड्डों से हेलीकॉप्टर ऑपरेशन अथवा हेलीटैक्सी सेवा के लिए भविष्य में जोड़ा जाएगा। सरकार की योजना सभी 68 विधानसभा में हेलीपोर्ट बनाने की योजना है, जो पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हेलीपैड तथा हेलीपोर्ट में अंतर है। यह सच है कि उड़ान 2 के तहत छह हेलीपोर्ट केंद्र सरकार से स्वीकृत हुए हैं। उड़ान-2 की शुरुआत पूरे देश में हुई थी। हिमाचल में छोटे हेलीपैड की संख्या 64 है। प्रदेश की राजधानी शिमला में अभी तक अपना हेलीपैड नहीं है । सेना के हैलीपैड को अभी तक इस्तेमाल किया जा रहा है जिसकी अनुमति लेने की प्रक्रिया बहुत लंबी है और यदि मंजूरी न मिले तो एयरपोर्ट जुब्बड़हट्टी व कल्याणी हेलीपैड में उतरना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह मंडी भी इतना बड़ा जिला है, पड्डल ग्राउंड में खेल चल रहा हो तो सुंदरनगर जाना पड़ता है। सीएम ने स्पष्ट किया कि 68 विधानसभा क्षेत्रों में हेलिपैड की व्यवस्था की जाएगी।